दर्द लम्हों को, हद से गुज़र जाने दे,
मेरी यादों को टूट के, बिखर जाने दे .
ये कब तक सोचुं , की तू है प्यार मेरा,
यूं कब तक करूं , मैं इंतज़ार तेरा,
मुझको तकती है, कब से रहगुज़र जाने दे,
मेरी यादों को टूट के, बिखर जाने दे .
वो शोख गुंचा, यादों का गिरता नहीं,
जुस्तजू जीस्त की, पर कुछ मिलता नहीं,
ज़िंदगी को कभी, सफर दर सफर जाने दे,
मेरी यादों को टूट के , बिखर जाने दे .
वो बेवफ़ा नही, मैं बेवफ़ा ही सही,
अब और मुझसे मगर, सहा जाता नहीं,
मुझको कहेंगे लोग, बेशरम जाने दे,
मेरी यादों को टूट के, बिखर जाने दे .
मेरे दिल की उलझनों को, ऐ माज़ी बता,
किस तरह खोया उसको, वो कहानी बता,
उनके हों लाख तंज़ मुझपे, मगर जाने दे,
मेरी यादों को टूट के बिखर जाने दे .
दर्द लम्हों को हद से गुज़र जाने दे !!!