1.दोस्ती दिल है दिमाग नहीं,
दोस्ती सोच है आवाज़ नहीं,
कोई आँखों से नहीं देख सकता दोस्ती के जज्बो को,
क्यूं कि दोस्ती एहसाश है अंदाज़ नहीं...
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2. फूल खिलते है बहारों का समा होता है,
अैसे मौसम में ही तो प्यार जवान होता है,
दिल की बातोंको होटों से नहीं कहते ,
ये फ़साना तो निगाहों से बयां होता है.......
©ललित साह
दोस्ती सोच है आवाज़ नहीं,
कोई आँखों से नहीं देख सकता दोस्ती के जज्बो को,
क्यूं कि दोस्ती एहसाश है अंदाज़ नहीं...
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2. फूल खिलते है बहारों का समा होता है,
अैसे मौसम में ही तो प्यार जवान होता है,
दिल की बातोंको होटों से नहीं कहते ,
ये फ़साना तो निगाहों से बयां होता है.......
©ललित साह