हमें कोई गम नहीं था गम ऐ-आशिकी से पहले,
ना था दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले..
है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कसूर इस में,
तेरे गम ने मार डाला मुझे जिन्दगी से पहले,
मेरा प्यार जल रहा है अै चाँद आज छुप जा..
किसी से प्यार था हमें भी तेरी चाँदनी से पहले..
मैं कभी ना मुस्कुराता जो मुझे ये मालूम होता,
के हजारों गम मिलेंगे मुझे एक खुसी से पहले..
ये अजीब इम्तिहान है के तुम्ही को भूलना है,
मिले कब थे इस तरह हम तुम्हे बे-दिली से पहले..
हमें कोई गम नहीं था गम ऐ-आशिकी से पहले....!!!