कुछ मत पूछ तुझसे प्यार कितना करता हूँ,
हर रात तेरी याद में आँखे अक्श बार करता हूँ,
तुम बेवफ़ा थी जो प्यार से दामन बचा बैठी,
मैं बेवफ़ा हूँ इसीलिए तुझसे प्यार करता हूँ,
किस तरह तेरी यादों से किनारा कर लूं,
तेरी जुदाई के सितम कैसे गवारा कर लूं,
मैं तुझसे के बिछडकर जियूं तो कैसे जियूं...
सोंचता हूँ अब मौत को हि अपना सहारा कर लूं.......