अब तक आबाद है मेरी रूह ए-मोहब्बत दिल में उनके,
मैं गुल नहीं पर प्यार में उनके गुलज़ार सा लागू..
हो कर आबाद जहान में मैं अब उनके सिंगार सा लगू...
क्या खूब बिता है जिन्दगी का सफर प्यार प्यार में उनके...
कबर में अपनी मैं एक जलते चिराग सा लगू............
अब तक आबाद है मेरी रूह ए-मोहब्बत दिल में उनके...
मैं जिन्दा नहीं हूं पर आँखों में उनके......